रांची
35 करोड़ रुपये कैश मिलने के मामले में ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल और उनके नौकर जहांगीर की रिमांड अवधि को कोर्ट ने 5 के लिए औऱ बढ़ा दिया है। मिली खबर के मुताबिक जांच एजेंसी ईडी ने रिमांड अवधि बढाने के लिए कोर्ट में आवेदन दिया था। जांच एजेंसी ने दोनों को आज रिमांड अवधि समाप्त होने पर कोर्ट में पेश किया था। दोनों को पिछले सोमवार को गिरफ्तार किया गया था। PMLA (प्रीवेन्शन ऑफ़ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट) की विशेष अदालत में दोनों को पेश करने के बाद एजेंसी ने इनसे अतिरिक्त पूछताछ के लिए रिमांड बढाने की मांग की। इसे अदालत ने स्वीकार कर लिया।
आलमगीर आलम को ईडी का समन
बता दें कि इस मामले में झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम को भी ईडी ने समन जारी किया है। ईडी ने उन्हें 14 मई को पूछताछ के लिए बुलाया है। ईडी ने बीते 6 मई को आलमगीर के पीएस संजीव लाल समेत छह लोगों के कुल नौ ठिकानों पर छापेमारी की थी। इस दौरान ईडी ने संजीव लाल के नौकर के ठिकाने से कुल 35 करोड़ रुपया बरामद किया था। इस मामले में ईडी ने कार्रवाई करते हुए आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल और उसके सहायक जहांगीर आलम को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद ईडी ने दोनों को कोर्ट में पेश कर 13 मई तक रिमांड पर लिया था।
सस्पेंड हो चुके हैं संजीव लाल
ये भी बता दें कि आलमगीर आलम के पीएस और झारखंड प्रशासनिक सेवा के अधिकारी संजीव लाल को 10 मई को सस्पेंड कर दिया गया है। सीएम चंपाई सोरेन की ओर से सहमति मिलने के बाद कार्मिक विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया। संजीव लाल के नौकर जहांगीर के यहां से 35 करोड़ रुपये कैश के साथ साथ ही प्रोजेक्ट भवन स्थित उनके (संजीवन लाल) चेंबर से भी ईडी अधिकारियों को दो लाख रुपये कैश मिले हैं। इस संबंध में संजीव लाल की पत्नी को भी ईडी ने पूछताछ के लिए बुलाया था। दोनों पति औऱ पत्नी को ईडी ने आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की गयी। संजीव लाल की पत्नी ने कहा है कि 35 करोड़ कहां से आये, इसकी जानकारी उनको नहीं है।
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